बस्ती।
जिला कारगार के बैरक संख्या 9 ए में पिछले दिनों जेलर की तलाशी के दौरान मोबाइल बरामद होने पर तीन बंदी रक्षकों के ऊपर कार्यवाई की गाज गिरी है उन्हें तत्काल प्रभाव से जेल उच्चाधिकारी ने निलंबित कर दिया है । प्राथमिक जांच में तीनों बंदी रक्षक दोषी पाए गए हैं। इस मामले में जेलर सतीश चंद त्रिपाठी की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध कोतवाली थाने में मोबाइल बरामदगी के मामले में प्राथमिकी भी दर्ज कराई जा चुकी है
जेल अधीक्षक संतलाल यादव के मुताबिक बंदी रक्षक गोपाल पाठक की ड्यूटी जेल के बैरक संख्या 9 ए में लगी थी लगाई गई थी उसकी ड्यूटी के दौरान ही जेलर सतीश चंद त्रिपाठी द्वारा जब बैरक की तलाशी कराई गई तो एक मोबाइल बरामद होने पर उन्होंने इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को दी और स्थानीय कोतवाली थाने में प्राथमिकी भी अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध दर्ज करा दी थी इस मामले में प्रथम दृष्टया वहां तैनात किए गए तीन बंदी रक्षकों को निलंबित कर दिया जिसमें गोपाल पाठक, सुशील कुमार सिंह तथा विनोद आर्य शामिल हैं
जेल अधीक्षक संतलाल यादव के मुताबिक बंदी रक्षक गोपाल पाठक की ड्यूटी जेल के बैरक संख्या 9 ए में लगी थी लगाई गई थी उसकी ड्यूटी के दौरान ही जेलर सतीश चंद त्रिपाठी द्वारा जब बैरक की तलाशी कराई गई तो एक मोबाइल बरामद होने पर उन्होंने इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को दी और स्थानीय कोतवाली थाने में प्राथमिकी भी अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध दर्ज करा दी थी इस मामले में प्रथम दृष्टया वहां तैनात किए गए तीन बंदी रक्षकों को निलंबित कर दिया जिसमें गोपाल पाठक, सुशील कुमार सिंह तथा विनोद आर्य शामिल हैं
मालूम हो कि पिछले दिनों शनिवार अट्ठारह जनवरी को जेलर के द्वारा बैरक की तलाशी ली गई तो बैरक संख्या नाइन ए में एक मोबाइल मिलने पर वहां तैनात किए गए बंदी रक्षकों को जिम्मेदार माना गया उनके द्वारा इस बैरक में आने जाने वाले बंदियों की तलाशी में ढिलाई बरते जाने की बात सामने आई है उन्हें तत्काल प्रभाव से प्रभारी सीनियर सुपरीटेंडेंट द्वारा सस्पेंड कर दिया गया है