महिला सशक्तीकरण’ पर कार्यशाला शुरू
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प्रयागराज, 07 जनवरीपं0 मदन मोहन मालवीय नेशनल मिशन फॉर टीचर्स एण्ड ट्रेनिंग स्कीम, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, नई दिल्ली के तहत स्थापित फैकल्टी डेवलपमेण्ट सेण्टर द्वारा ईश्वर शरण पीजी कॉलेज में ‘लैंगिक संवेदनशीलता तथा महिला सशक्तीकरण’ पर सात दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ मंगलवार को हुआ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर, राजस्थान की पूर्व कुलपति प्रो. चन्द्रकला पाडिया ने स्त्री-पुरूष के मध्य भेद को रचनात्मक अन्तर के रूप में परिभाषित किया न कि प्रकृति द्वारा किये भेदभाव के रूप में। उन्होंने स्त्री को सामान्य मनुष्य के रूप में देखे जाने पर बल दिया। समानता और ज्ञान के वर्तमान सिद्धान्तों को पुरुषवादी बताया तथा नारीवादी दृष्टिकोण से सिद्धान्तों को लिखे जाने की वकालत की। उन्होंने महिलाओं की दयनीय दशा व भेदभाव के लिये स्त्रियों व पुरुषों के बीच लैंगिक संवेदनशीलता की कमी बताया। उन्होंने लैंगिक संवेदनशीलता को मानवीय संवेदनशीलता के रूप में परिभाषित भी किया।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. अनुराधा अग्रवाल ने लैंगिक न्याय और लैंगिक समानता पर अपने विचार व्यक्त करते हुये इसकी मुख्य विशेषताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने लैंगिक भेद का प्रमुख कारण लैंगिक अन्याय को माना। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत प्राचार्य प्रो. आनन्द शंकर सिंह ने करते हुए कहा कि आज यह विषय वैश्विक विमर्श का विषय बन चुका है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. हर्षमणि सिंह और धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम की संयोजिका डॉ.सुमन अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर केन्द्र के सह समन्वयक डॉ.मनोज दुबे, डॉ.उदय प्रताप सिंह (सह समन्वयक), डॉ.अमिता पाण्डेय, डॉ.धीरज चैधरी, डॉ.अनुजा सलूजा, डॉ.रचना सिंह, डॉ.अविनाश पाण्डेय, डॉ.नरेन्द्र सिंह, डॉ.एकात्मदेव, डॉ.कृपा किंजलकम के साथ ही महाविद्यालय के अन्य अध्यापक एवं समस्त प्रतिभागी उपस्थित रहें।