पुण्य तिथि पर याद किये गये आचार्य रामचन्द्र शुक्ल सोश क्लब ने किया उपेक्षित प्रतिमा को प्रतिष्ठित करने की मांग


बस्ती । हिन्दी आलोचना सम्राट आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के पुण्य तिथि पर  सोशल क्लब पदाधिकारियों ने सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ रविवार को उनकी बड़ेबन के निकट स्थित उपेक्षित पड़ी प्रतिमा पर माल्यार्पण करं नमन् किया।
क्लब जिलाध्यक्ष अनिल कुमार पाण्डेय ने माल्यार्पण के बाद कहा कि अति शीघ्र क्लब की ओर से मांग किया जायेगा कि आचार्य शुक्ल की उपेक्षित प्रतिमा को प्रमुख स्थान पर स्थापित कराया जाय जिससे  लोग अपने जनपद के साहित्यिक नक्षत्र को स्मृतियों में सहेजे रख सके।
संयोजक अजय कुमार श्रीवास्तव, क्लब संस्थापक उमेश श्रीवास्तव ने कहा कि अगौना में जन्मे आचार्य शुक्ल की बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष के पद पर रहते हुए ही 2 फरवरी 1941 में हृदय गति रूकने से मृत्यु हो गई। उनकी समीक्षा सदैव अजर अमर रहेगी। माटी के ऐसे सपूत की उपेक्षा स्वीकार्य नही है। राहुल  पटेल, अमर सोनी ने कहा कि हिंदी साहित्य का इतिहास, हिंदी शब्द सागर, चिंतामणि व नागरी प्रचारिणी पत्रिका आचार्य शुक्ल की प्रमुख कृतियां हैं। पूरा प्रयास होगा कि आचार्य शुक्ल की प्रतिमा का उद्धार हो।
पुण्य तिथि पर आचार्य शुक्ल को नमन् करने वालों में अभयदेव शुक्ल, बालचन्द्र शुक्ल, अखण्ड पाल, सिद्धार्थ श्रीवास्तव, हिमांशु कुमार, कृष्ण मुरारी, नीरज श्रीवास्तव, रमेश गुप्ता आदि शामिल रहे।